odisha train accident death: हादसे के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता और RSS के कार्य करता ... राहत कार्यों में हुए लगे हुए .. मोबाईल के सहित 700 यूनिट रक्त दान किया
ज़िन संघठनो को भारत में चल रही Banned करने की बात ओड़ीशा रेल हादसे के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता और RSS के कार्य करता राहत कार्यों में हुए लगे हुए, किया 700 यूनिट रक्त दान
अभाविप के कार्यकर्ता राहत कार्यों में सहभागिता करते दिखे विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता रक्त दान करते दिखे पर धर्मनिरपेक्ष पार्टी के एक भी मुस्लिम लीग या कोई और उनसे सम्बंधित संगठन का कार्यकर्ता किसी भी प्रकार की सहायता में दिखने की खबर नहीं
ओडिशा के बालासोर में कल (2 जून) जो हुआ वह अकल्पनीय रूप से विनाशकारी था। दुर्घटनास्थल से हर घंटे मरने वालों की बढ़ती संख्या का दावा करने वाली रिपोर्टें आ रही हैं। प्रधानमंत्री, रेल मंत्री और अन्य लोग घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों से मुलाकात की। बचाव अभियान जारी है और मकसद उन बोगियों के अवशेषों में यदि संभव हो तो एक भी जीवन बचाना है।
ऐसे विनाशकारी समय में, संघ के कार्यकर्ता भी दुर्घटना स्थल पर मौजूद हैं, मानवता की सेवा कर रहे हैं।
घटना के बाद से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक हजार से अधिक कार्यकर्ता और स्वयंसेवक चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
ऐसी ही एक ABVP कार्यकर्ता लक्ष्मी ने ऑर्गनाइज़र के साथ बात करते हुए कहा, बालासोर अस्पताल में लगभग 600 कार्यकर्ताओं को तैनात किया गया है, जो लोगों को उनके रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों की पहचान करने में मदद कर रहे हैं। कुछ सौ कार्यकर्ता उन लोगों को टेलीफोन और मोबाइल प्रदान कर रहे हैं जिनका फोन खो गया है और वे अपने परिवार के सदस्यों की तलाश कर रहे हैं।
बालासोर अस्पताल में लगभग 200 कार्यकर्ता मौजूद हैं, जो शवों की पहचान करने में परिवार की मदद कर रहे हैं और मृतक परिवार को भोजन और पानी उपलब्ध करा रहे हैं।
रात तक आते आते लगभग 250 स्वयंसेवक दुर्घटना स्थल पर प्रशासन व राहत कार्यों में लगे जवानों की सहायता की । राहत बचाव में देरी ना हो, इसके लिए स्वयंसेवकों ने तत्काल प्रभाव से ऑटो, मोटरसाइकिल से घायलों को अस्पताल ले जाने लगे। स्वयंसेवक रमेश जी ने विपरीत परिस्थितयों में बोगी के अंदर जा-जाकर पूरी रात घायलों को निकालते रहे और अन्य स्वयंसेवक अस्पताल पहुंचाते रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक प्रशासन व बचाव कार्यों में लगे विभिन्न एजेंसियों के जवानों के साथ मिल कर दुर्घटना में फंसे घायल यात्रियों को बाहर निकालने में सहायता की। स्वयंसेवकों ने फंसे घायल यात्रियों को निकालने के साथ साथ उन्हें एंबुलेंस में बिठाने के कार्य में लगे रहे। घायल यात्रियों को अस्पताल ले जाना प्रारंभ होने के बाद बालेश्वर जिला अस्पताल में संघ पदाधिकारी उपस्थित रहे और उन्होंने सेवा कार्यों की निगरानी की। संघ पदाधिकारियों की देखरेख में स्वयंसेवकों ने रक्तदान देना प्रारंभ कर दिया। यहां पर करीब 300 स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया।
स्वयंसेवकों ने स्वयं रक्तदन करने के साथ साथ घायल यात्रियों के लिए रक्तदान कराया। इसी तरह कुछ घायल यात्रियों को भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल व सोरो स्थित मेडिकल ले जाया गया । वहां भी संघ के स्वयंसेवकों ने मोर्चा संभाला। इन चिकित्सालयों मे भी स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया और रक्त का इंतजाम किया । घटना स्थल से लेकर अस्पताल तक स्वयंसेवक राहत बचाव और कार्य में लगे रहे। शवों को निकालकर एंबुलेंस तक पहुंचाना, घायलों को अस्पताल में भर्ती कराना, खून की व्यवस्था करना और भोजन पानी की भी व्यवस्था स्वयंसेवकों ने की। यही नहीं घायलों के परिजनों से स्यंसेवकों ने अपने मोबाइल से बात भी करवायी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिंदू जागरण मंच, बजरंग दल, सेवा भारती के सैकड़ों कार्यकर्ता राहत और बचाव कार्य में अनवरत लगे रहे। इस भीषण दुर्घटना में जीवन खोने वाले यात्रियों के शवों को लेने में उनके परिजनों की सहायता में स्वयंसेवक लगे रहे। इसी तरह कटक के एससीबी मेडिकल कालेज व अस्पताल में भी संघ के सेवा विभाग से जुड़े स्वयंसेवक सक्रिय रहे। इन घायल यात्रियों को अटेंडैंट देने के साथ साथ उनके परिवारों से संपर्क कर उन्हें सूचना देते रहे । संघ के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख जगदीश खाडंगा व प्रांत सेवा प्रमुख शांतनु माझी भी दुर्घटनास्थल पर उपस्थित थे और उनके प्रत्यक्ष देखरेख में यह कार्य किया गया।
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