लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में लाशें बिचाने की थी साजिस, मुस्लिम परिवार के चाचा की पटाखे फेक्टरी में जावेद ने बहन ईमराना के कहने पर बनाए 4 टाईमर बम!

लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में लाशें बिचाने की थी साजिस, मुस्लिम परिवार के चाचा की पटाखे फेक्टरी में जावेद ने बहन ईमराना के कहने पर बनाए 4 टाईमर बम!

कौन है इमरान? किसने तैयार करवाया था टाइगर बम; (Twiter Images)

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार रात मुजफ्फरनगर में काली नदी के पास से एक 25 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से चार "घर में बने टाइम-बम" बरामद किए। और उसके बाद उसकी बहन ईमराना नाम की औरत को भी पुलिस ने ईमराना मुस्लिम महिला को भी गिरफ्तार कर लिया हैं, जिसने रूपये देकर ये बम बनवायें,

प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आरोपी जावेद (केवल पहला नाम उपलब्ध है) ने "यूट्यूब वीडियो देखने के बाद टाइमर के साथ बोतल बमों को इकट्ठा किया था"। अधिकारियों ने जानकारी कहा कि इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी संभावित आतंकी पहलू की जांच के लिए मामले की जांच अभी कर रहे हैं।

उप महानिरीक्षक (डीआईजी) (एसटीएफ लखनऊ) एस आनंद ने शुक्रवार को टीओआई को ज़ानकारी दी कि, "जावेद, एक स्कूल ड्रॉप-आउट, अपने पिता के साथ काम करता था जो एक छोटी इकाई में पटाखे बनाते हैं। उसकी बहन, इमराना, जो फरार है , इस मामले में मुख्य संदिग्ध है क्योंकि उसने उसे बम तैयार करने के लिए कहा था।" उन्होंने कहा, "एक गुप्त सूचना के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।" ऑपरेशन की निगरानी कर रहे एएसपी (एसटीएफ फील्ड यूनिट, मेरठ) ब्रिजेश कुमार सिंह ने आंगे कहा, "पूछताछ के दौरान, जावेद ने दावा किया कि उसने अपनी बहन इमराना के लिए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) तैयार किया था, जो शामली जिले में अपने पति के साथ रहती है।" इमराना ने उसे 10,000 रुपये पहले दिए थे और आईईडी पहुंचाने के बाद 40,000 रुपये और देने का वादा किया था।'

अधिक जानकारी देते हुए, एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जावेद मुजफ्फरनगर शहर का निवासी है। पटाखा इकाई उसके चाचा द्वारा चलाई जाती थी। उसने जांच अधिकारियों को बताया कि वह आईईडी बनाने के लिए बारूद, छोटी लोहे की गोलियां, कपास और अन्य पदार्थों का इस्तेमाल करता था।". उसने स्थानीय बाज़ार से ग्लूकोज़ की बोतलें और आयरन की गोलियाँ और घड़ी बनाने वाली दुकानों से टाइमर खरीदे थे।"

अधिकारी ने आगे बताया कि इस मामले में नगर कोतवाली पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 286 (विस्फोटक पदार्थ के लिए लापरवाहीपूर्ण आचरण) और विस्फोटक अधिनियम की धारा 4/5 के तहत मामला दर्ज किया गया था।

Uttar Pradesh STF arrested Lady in timer bomb case: यूपी एसटीएफ के अनुसार पीड़ित महिला की पहचान इमराना के रूप में हुई है। अभी तक की जांच में जानकारी मिली हैं कि उसने अपना बदला लेने के लिए यह बम बनवाए थे। पुलिस अब इस बात का पता लगा रही है कि बम बनाने के लिए कहां से बारूद और अन्य सामान खरीदा गया। कितने बम अभी तक बनवाए जा चुके हैं।

UP STF arrested Lady in timer bomb case: यूपी एसटीएफ ने टाइमर बम तैयार करवाने वाली मास्टर माइंड महिला इमराना को रविवार को गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस ने उसे जनपद मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया। उसने जावेद नाम के अपने भाई से बम बनवाए थे। 2013 में किन्हीं उपद्रवियों ने उसका घर जला दिया था।  उसका कहना है कि उसने बदला लेने के लिए यह बम बनवाए थे।

लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में लाशें बिछाने की थी साजिश!

मिली जानकारी के हवाले से इससे पहले यूपी एसटीएफ ने इस मामले में बम बनाने वाले जावेद ईमराना के भाई को गिरफ्तार किया था। उसके पास से 4 टाइमर बोटल बम मिले थे। जावेद से उसकी बहन इमराना ने ही बम बनवाए थे। जब जावेद बम पहुंचाने अपनी बहन के पास जा रहा था तभी पुलिस ने उसे रास्ते से धर-दबोचा था। पुलिस अब इस बात की जानकारी लगा रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले इमराना का इन बमों से ऐसा क्या करने का इरादा था।

साल 2013 में किसी ने इमराना का घर ज़ला दिया था

यूपीएसटीएफ के अधिकारियों की जानकारी के अनुसार महिला पूछताछ में सहायता नहीं कर रही है। अभी तक की जांच कार्यवाही में सामने आया है कि साल 2013 में मुजफ्फरनगर में दो पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था। इस दंगे में किसी ने इमराना का घर फूंक दिया था। वह आज तक उसी सदमे से जूझ रही है। उसे डर था कि अगर कभी फिर ऐसा हुआ तो वह अपना बचाव कैसे करेगी। इसके अलावा उसका घर फूंकने वाले लोगों के प्रति उसके मन में गुस्सा आज तक सुलग रहा। वह दोषियों से बदला लेना चाहती थी, जिसके लिए बम बनवाए गए। 

पहले भी बनवाए थे बम, दिल्ली से भी निकला कनेक्शन!

बम बनवाने के पीछे क्या थी साजिश, कहां से आए पैसे, जांच जारी फिलहाल यूपीएसटीएफ इस बारे में सुरक्षा कारणो के कारण ज्यादा अभी जानकारी शेयर नहीं कर रही है। पुलिस के अनुसार केस काफी संवेदनशील है। सभी एंगल से मामले की जांच सावधानी पूर्वाक की जा रही है। बम बनवाने के लिए पैसे कहां से आए?। किसने इमराना का इस काम में साथ दिया? या बम बनवाने का ऑर्डर दिया, इन सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।

मिली जानकारी के हवाले से इमराना उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खालापार इलाके में रहती है। वह कई वर्ष पहले किसी भट्टी में मजदूरी भी करती थी। फिलहाल 10 सालों से वह कोई काम नहीं कर रही थी। आसपास के सभी लोग उसे इमराना बाबा के नाम से भी जानते हैं। स्थानीय लोगों की जानकारी के अनुसार वह झाड़-फूंक भी करती है, बताया जा रहा है कि वह अंधविश्वास से प्रेरित महिला है। मिली जानकारी के अनुसार इससे पहले साल 2013 में भी उसने 10 हजार रुपये देकर बम बनवाए और बांटे थे। इस बार उसने बम बनाने पर 50 हजार रुपये देने का वादा किया था। बताया जा रहा है कि सीएए लागू होने से पहले दिल्ली के किसी व्यक्ति के कहने पर उसने इस बार बम तैयार करवाए हैं।

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